प्रबिसि नगर कीजे सब काजा। हृदय राखि कोसलपुर राजा।
गरल सुधा रिपु करहिं मिताई। गोपद सिंधु अनल सितलाई।।
अर्थात ;- अयोध्याजी के राजा श्री रामचंद्रजी को मन में रख कर जो सब काम करता है उसके लिये विष भी अमृत बन जाता है, शत्रु मित्र बन जाते हैं, समुद्र गाय के खुर जितना छोटा हो जाता है, अग्नि में शीतलता आ जाती है।
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बाबाजी का सत्संग सुन एक आदमी ने घर आकर उसने अपनी बीवी को निकाल दिया और नौकरानी से शादी कर ली. रिश्तेदारों ने पूछा ऐसे क्यों कर रहे हो? उसने जवाब दिया :- बाबाजी ने कहा था कि माया छोड़ दो और शान्ति के साथ रहो, तो मैंने वैसा ही किया.
गोलू (मैडम से)- महिलाओं को बच्चा कैसे होता है? मैडम ने मासूमियत से सामने आए इस सवाल का जवाब दिया: तुम बड़े हो जाओगे और शादी हो जाएगी तो रात को परी आएगी और तुम्हारी सोई हुई पत्नी के गोद में एक बच्चा सुला कर चली जाएगी। गोलू- एल्लो, तो सुहागरात का सिस्टम खत्म हो गया??? मैडम गुस्से में…. दे थप्पड़, दे थप्पड़…
सोनू :- जरूरी नहीं है कि पत्नी अपना गुस्सा लड़-झगड़कर ही निकाले। एक और तरीका है। इस पर मोनू ने पूछा कि... मोनू :- क्या? सोनू :- वह मोटी कच्ची रोटी और सब्जी में बिना नमक डाले भी अपना गुस्सा निकाल सकती है।
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